समुन्दर का शिकारी : सम्राट मार्टिन की सल्तनत(भाग -4)
"रिया तुमने अभी तक मुझे यह नहीं बताया कि आखिर उस डेविल्स ट्रायंगल में रखा क्या है... हम वहां जा क्यों रहे हैं.."
" वक्त आने पर पता चल जाएगा... वैसे तुम वहां कभी गए हो... मैं भी कैसे सवाल पूछ रही हूं... वहा जो भी गया आज तक वह तो कभी लौट कर ही नहीं आया"
" गया था ना.. सैकड़ो बरस पहले ... मैं वहां जहाज लेकर मछलियो का शिकार किया करता था... तभी से तो मुझे समुद्री लोग समुन्दर का शिकारी कहने लगे थे..."
"क्या.. कुछ भी......?? " रिया हंसने लगी
"वैसे, तुमने मुझे कप्तान क्यों नहीं बनाया..."
"वह भी तुम्हें वक्त आने पर पता चल जाएगा, रॉन .... ये कोई नाव नहीं है, बल्कि एक विशाल जहाज है. अपने आप मे ही एक अलग दुनिया समझ लो और इसे तुम्हारे हवाले करना...???"
रिया और रॉन बात कर ही रहे थे कि कप्तान नायर ने वहा आकर रिया का अभिवादन किया और साथ ही रिया का शुक्रिया भी अदा किया की उसने उसे इस काबिल समझा....
"मैम, जहाज चलने के लिए तैयार है.. बस आप इशारा करें और Belladonna ~ बेलडोना, समुन्दर का सीना चीरते हुए सफर पर चल पड़ेगा "
"नायर तुमने manual मैप लिया है ना ..? क्योंकि, यदि सिग्नल खराब हुआ तो मैप ही हमारे काम आएगा. और यह कुछ गोरो को अपने साथ क्यों लिया है"
"ये यहाँ तट के ऐसे लोग हैं, जिन्हें शराब मिले, तो यह काम की चिंता बिल्कुल भी नहीं करते. इनमे से कुछ उस आइलैंड की सफर के कर रहे है.. जो बीच मे पड़ेगा... जगह तो वैसे भी बहुत खाली है तो इन्हे उस आइलैंड तक छोड़ने के एवज मे इनसे काम ले लिया जायेगा और रही बात मैप की तो वह मेन चेंबर में मैंने ऑलरेडी फिट कर दिया है... आपको किसी भी चीज की फिक्र करने की कोई जरूरत नहीं है... मेरे रहते हुए तो बिल्कुल भी नहीं..."
वही रिया के पास खड़े रॉन को ये बिल्कुल भी रास नहीं आया की, उसके रहते हुए... कोई उससे भी ज्यादा होशियार और चालाक उसे महसूस हो... पर नायर और रिया के बीच की इस छोटी सी बात -चीत ने नायर के प्रति रॉन के अंदर इर्ष्या का भाव भर दिया था ऊपर से रॉन की जगह उसे कप्तान बनाया गया था.. इसलिए रॉन का कलेजा और जल उठा... जब उसने खुद महसूस किया की नायर कप्तान पद के लिए योग्य भी है तो.... उससे रहा नहीं गया और वो ताना मारते हुए नायर से बोला...
"तुम्हारा ये बेहूदा बड़ा सा नक्शा... जो तुम लोगो ने उस बेहूदा कमरे मे लगा कर रखा है ना... वो अटलांटिक को पार करने के बाद काम नहीं करेगा... तो रिया डार्लिंग, ठीक यही रहेगा कि कप्तान मुझे बना दो... "
" मैम... ये जाहिल कौन है.. पहनावे से तो मजदूर लग रहा है... ."
रॉन ने अपने जेब से शराब की बोतल निकाली और सीधे मुंह से लगाकर दो घूंट मारा...
" मेरा नाम मजदूर नहीं है बे .. मेरा नाम तो रॉन है.. दि रॉन...मशहूर शिकारी..."
" मशहूर शिकारी...? पर मैने तो तुम्हारा नाम कभी सुना ही नहीं..."
"किसी ने नहीं सुना.. ये एक राज की बात है..."
"फिर तुम कैसे मशहूर हुए, जब तुम्हारा किसी ने नाम ही नहीं सुना तो ..? मैंने भी नहीं सुना."
" अब तुमने मेरा नाम नहीं सुना तो डूब मरो... पानी भी है, डूब मरने के लिए.. और एक बात बताऊं.. अक्सर मशहूर चीजें, मशहूर नहीं होती... अब रिया जानेमन को ही देख लो... कौन जानता है इसे..? लेकिन क्या ये किसी से कम है... "
"सुन मेरी बात..... "नायर, रॉन के करीब आकर बोला... "इस जहाज में सफर करना है तो, जो मैं कहता हूं, वह करना होगा... वरना कह तो अभी तुझे नीचे फेकवा देता हूं...."
"अच्छा ऐसी बात है... तो एक बात तू भी याद रखना.. उस जगह से, जहां हम जा रहे हैं.. वहां से यदि जिंदा वापस आना है तो.. मुझे तो इस जहाज में रखना पड़ेगा.... मेरे कप्तान "इतना बोल कर रॉन वहां से चला गया..
जिसे जाता देख रिया और कप्तान नायर देखते रहे... पर रॉन की कही हुई, जिंदा बापस लौटने की वह आखरी पंक्ति.. अब नायर के दिमाग में घूम रही थी... रिया, नायर के मन में चल रहे उलझन को समझ गई
"रिलैक्स... रॉन क्या-क्या बोल कर निकल जाता है उसे कोई नहीं समझता.. वह खुद भी नहीं समझता.. अधिकतर उसकी बाते सिर्फ बकवास ही होती है... इसलिए हमें अब आगे की प्लानिंग करनी चाहिए .."
" मैं... मैं आपको अपने असिस्टेंट से मिलवाता हूँ.... सेठ.. इधर आओ..."
अपना नाम सुनकर, जहाज की दूसरी तरफ से.. सेठ तेज कदमों के साथ रिया और कप्तान नायर के पास आया
"यस, कैप्टन "
"सेठ , इनसे मिलो... मिस रिया... और मैम... यही है मेरा खास असिस्टेंट होने के साथ, साथ मेरा दोस्त.. सेठ"
" अब चलो.... चल कर आगे की प्लानिंग कर ले"
तीनों जहाज के अंदर बने, एक कक्ष में प्रवेश किए.. जहां इनके समुद्री रास्ते का बहुत बड़ा नक्शा लगा हुआ था....
"यह जगह है अटलांटिक महासागर का... यहां तक पहुंचने में हमें कोई ज्यादा परेशानी नहीं होगी.. लेकिन इसके बाद, यहां से पश्चिमी दिशा में... समुंदर के बारे में अंदाजा लगाना थोड़ा मुश्किल होता है... क्यूंकि समुन्दर उसके आगे उथला हुआ है और बादलो से बहुत तेज बिजली चमकती है.. आज तक कोई समुद्री रास्ता भी ठीक से मैप नहीं कर पाया है. वहां से आगे की प्लानिंग वहां पहुंचकर ही की जा सकती है, स्थितियों को देखकर, समझ कर"
"ठीक है... अब मैं थोड़ा काम कर लूं.. रात का क्या इंतजाम है..?"
रिया, के सवाल पर नायर, सेठ की तरफ देखने लगा.... की कैसा इंतजाम...?? थोड़ी देर बाद उसे समझ आया की रिया रात मे बेलाडोना के सेफ्टी के बारे मे पूछ रही थी.
" मैम, मैंने सारी लाइट्स वगैरह सब चेक कर लिया.. सभी ठीक है और जैसा कि कप्तान ने बताया, अटलांटिक महासागर के पहले हमारे लिए कोई खतरा नहीं... बस एक आईलैंड पड़ेगा.. लेकिन वह सब बहुत दूर की बात है... बाकी जहाज को, समुंदर के उछाल भरी लहरों का सामना करना होगा.. जो कोई नई बात नहीं है...."
" वेल डन, . सेठ... I 'm going to bed... Good Night"
" गुड नाइट, मैम..."
रिया उस चेंबर रूम से बाहर निकल आई...
रॉन , जहाज के पार्टी वाले माहौल में अभी भी बैठकर शराब पी रहा था.. उसने शराब की एक बोतल उठाई और लुढ़कते हुए बाहर जहाज के डेक पर आ गया...
" मालूम नहीं आजकल के लौंडे अपने आप को क्या समझते हैं... कोई बात नहीं रॉन , तुझे जिस मौके का इंतजार था वह अब चुका है... चलो फटाफट नक्शा खोल और देख डाल..."
रॉन जहाज के डेक मैं खड़े खड़े अपने जेब से एक नक्शा निकाला.. जो कपड़े का बना हुआ, बहुत ही प्राचीन नक्शा प्रतीत हो रहा था और जिसमे कुछ -कुछ चीजे आधुनिक नक़्शे से अलग थी.... रॉन ने शराब की बोतल एक किनारे रखी और वही नीचे बैठकर नक्शा देखने लगा..
"अब यहां से दाएं.. "नक़्शे मे देखते हुए रॉन बड़बड़ाया और उसके ये बोलते ही थोड़ी देर बाद बेलाडोना को दायी ओर मोडा जाने लगा....
"बहुत अच्छे, जहाज को दाएं ही मोड़ा जा रहा है...लेकिन इनको यह नहीं मालूम कि अटलांटिक महासागर के पहले दो आईलैंड मिलेंगे.. इनके नक़्शे मे सिर्फ एक का पता होगा.. दूसरा वाला आईलैंड, कभी कबार ही समंदर से बाहर निकलता है, और यह समय उसके बाहर रहने का है... मेरा काम हो जाएगा..."
कप्तान नायर, सोने से पहले एक बार पूरे जहाज को चेक कर रहा था.. जहाज का चक्कर लगाते हुए, उसे रॉन डेक पर बैठा हुआ दिखाई दिया... रॉन को वहा बैठा देख नायर को थोड़ी देर पहले हुई रॉन के साथ अपनी नोक -झोक याद आ गई... पहले तो रिया मौजूद थी और रिया के सम्मान रखने के लिए नायर ने ज्यादा कुछ रॉन से नहीं कहा था.. लेकिन अब यहाँ उन दोनों के सिवा कोई नहीं था... नायर को रॉन की बदतमीजी का जवाब देने का यही सही मौका लगा और वो रॉन की तरफ बढ़ा...
" अबे गँवार... तु यहां क्या कर रहा है और यह तेरे हाथ में क्या है.."
नायर की आवाज़ सुन रॉन हड़बड़ा कर उठा और नक्शे को तुरंत अपनी जेब में रख लिया..
"मेरे हाथ में..?"अपने बगल मे रखी हुई शराब की बोतल को पकड़ते हुए रॉन ने कहा "मेरे हाथ मे तो शराब की बोतल है. जो मैं तुझे हरगिज नहीं दूंगा"
"मैं शराब की बोतल की बात नहीं कर रहा हूं.. तूने अभी जेब में क्या डाला.."
" मेरे जेब में..? होंगी कुछ समुद्री मछलियां... जो सड़ चुकी होंगी... और एक बात बताऊं, मुझे सड़ी हुई मछलियां खाने में बहुत मजा आता है"
नायर ने अपने कमर में फंसा हुआ कप्तान वाला रॉड निकाला और रॉन की तरफ राड करके बोला
" ज्यादा होशियारी नहीं, वरना पूरा का पूरा तेरे पेट में घुसा दूंगा...."
"निकल ले बच्चे.. वरना मार खाएगा.. वह भी बुरी तरह..."
"तु मुझे मारेगा.. एक कप्तान को.. तुझ जैसे ना जाने कितनों को मैंने सही किया है.. आज तो गया काम से.. तु "
"अच्छा ऐसा है.. इतना घमंड.. तो फिर आ जा.."
रॉन ने तुरंत अपने कमर में बंधी तलवार निकाल ली.. दोनों एक दूसरे को ताकते हुए एक दूसरे की तरफ धीरे - धीरे बढ़ने लगे... नायर ने रोड को लंबा किया और रॉन के पैर की तरफ तेजी से घुमाया, पर रॉन ने ऊपर कूदकर, नायर के उस हमले को विफल कर दिया
"कोशिश अच्छी थी..." रॉन बोला और वहां से भागने लगा... नायर भी उसके पीछे दौड़ा....
" रुक, साले जंगली भागता कहां है.. अभी तो बहुत बड़ी-बड़ी बातें कर रहा था...."
लेकिन रॉन रुका नहीं... वो मुँह मे शराब की बोतल फ़साये जहाज के डेक के चारों तरफ लगातार भागता रहा... फिर एक समय ऐसा आया जब भागने के दौरान रॉन ने अपनी गति धीरे करके, किनारे पर लगे गोले -गोले स्टील के स्तम्भो पर पैर रखकर बेलाडोना के एकदम किनारे पर ऊपर चढ़ गया... रॉन ने तो एक योजना के मुताबिक अपनी गति समय पर धीमी कर ली थी लेकिन नायर अब भी पूरी ताकत लगा कर रॉन के पीछे था..... वो जहाज के किनारे पर ना तो खुद को संभाल पाया और ना ही रॉन की तरह पालक झपकते ही ऊपर चढ़ पाया... इसके आलावा, तभी रॉन ने एक कपड़ा अपनी जेब से निकाला.. और ऊपर खड़े खड़े ही, जब नायर उसके पास आया तो नायर का चेहरा उस कपड़े से लपेट कर तुरंत कसकर बांध दिया...
"अब बोल, क्या नाम है तेरा.. कप्तान नायर ? अब जान गया कि मैं कौन हूं"
रॉन की बात का जवाब देने के बजाय नायर कपड़ा हटाने की कोशिश मे जुट गया... उसके आंखों के सामने पूरा अंधेरा था... इसी दौरान, छटपटाते हुए.. कपड़ा हटाने की कोशिश में नायर, जहाज के एकदम किनारे पहुंच गया.. और एकाएक जहाज के नीचे समुंदर में जा गिरा... रॉन, नायर को वहीं किनारे पर खड़े -खड़े नीचे गिरते हुए देखता रहा.
" भाग ले बेटा रॉन , यदि किसी को पता चल गया तो खैर नहीं... चल चुप चाप दो-तीन बोतल चढ़ा कर सो जा..."
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Hayati ansari
29-Nov-2021 08:18 AM
Best
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Farhat
27-Nov-2021 12:44 AM
Good
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Khushi jha
27-Oct-2021 06:34 AM
बढिया
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